एक डोर में सबको बांधती,वो हिंदी है, लेखनी कविता प्रतियोगिता# आधे-अधूरे मिसरे-25-Jul-2023
रंग चढ़ा है इश्क का या खुमारी छाई है...
रंग चढ़ा है इश्क़ का या खुमारी छाई है
ये राह देखो हमें किस मोड़ पर लाई है
प्यार तुझसे जब से हुआ है हसीना मुझे
कैसे कहूंँ हाल क्या हुआ है मेरा मैं तुझे
हर पल तेरे ही ख्यालों में खोया रहता हूंँ
जागती आँखों से भी मैं सोया रहता हूँ
ये राह देखो हमें किस मोड़ पर लाई है
रंग चढ़ा है इश्क़ का या खुमारी छाई है
कविता झा'काव्य'अविका
# आधे अधूरे मिसरे/प्रसिद्ध पंक्तियां
Shashank मणि Yadava 'सनम'
10-Sep-2023 08:46 PM
Nice
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